गढ़चिरौली,दि.19: ‘फिक्की’ यानी ‘फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज’ नाम की राष्ट्रीय संस्था ने गोंडवाना विश्वविद्यालय को ‘संस्थागत सामाजिक उत्तरदायित्व’ के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार देने की घोषणा की है. कल दिल्ली में आयोजित 19 वें फिक्की उच्च शिक्षा शिखर सम्मेलन 2024 में भारत में ब्रिटिश सरकार की उच्चायुक्त श्रीमती लिंडा कैमरून ने गोंडवाना विश्वविद्यालय(Gondwana University) को यह राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया. नरेश मडावी एवं डा. मनीष उत्तरवार ने पुरस्कार स्वीकार किया.
फिक्की ने भारत के छह विश्वविद्यालयों को प्रस्तुतिकरण के लिए आमंत्रित किया था, जिसके बाद तीन विश्वविद्यालयों को पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया. यह पुरस्कार ग्राम सभा सशक्तिकरण के लिए गोंडवाना विश्वविद्यालय द्वारा किए गए कार्यों के लिए दिया गया. इस अवसर पर फिक्की ने गोंडवाना विश्वविद्यालय की नवीन एवं अन्य सामाजिक गतिविधियों जैसे ‘हर ग्राम में विद्यापीठ’, ‘सीआईआईआईटी’, ‘एसटीआरसी’ को भी सम्मानित किया. ग्राम सभा सशक्तिकरण के लिए गोंडवाना विश्वविद्यालय ने पेसा अधिनियम(PESA Act, 1996) सामूहिक वन अधिकार अधिनियम, जैव विविधता (biodiversity) अधिनियम, वन प्रबंधन और संरक्षण, वन उत्पादकता रिकॉर्ड और लेखापरीक्षा पर प्रशिक्षण प्रदान करके 235 वन प्रबंधन योजनाएं तैयार करने के लिए ग्राम सभाओं को तकनीकी सहायता प्रदान की है.