गडचिरोली,ता.११: भामरागड तहसील के दिरंगी और फूलनार गांवों के बीच जंगलों में नक्सलीयों के साथ हुई मूठभेड में पुलिस के सी-६० दस्ते के जवान महेश नागुलवार (३९) शहीद हो गये. इस बीच, पुलिस ने नक्सलीयों का शिविर उद्ध्वस्त किया.
दिरंगी और फुलनार गावों के बीच घने जंगलों में नक्स्ली इकठ्ठा होने की जानकारी प्राप्त होने के बाद सी-६० और क्यूआरटी के २० दस्ते दिरंगी और फुलनार गांवों के जंगलों में नक्सलविरोधी मुहीम के लिए रवाना हुये. इस मुहिम का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एम.रमेश और श्रेणीक लोढा ने किया. इस अभियान के दौरान नक्सलीयोंने जगह जगह पर विस्फोट कर गोलीबारी शुरु की. इस बीच गोली लगने से महेश नागुलवार शहीद हो गए. उनके शव को गडचिरोली के जिला अस्पताल में लाया गया है. कल सुबह, गडचिरोली के पुलिस मुख्यालय को शहीद महेश नागुलवार के पार्थिव को मानवंदना दी जाएगी. अभियान के दौरान, पुलिस ने नक्सल के शिबिर को नष्ट कर दिया है और भारी मात्रा में नक्सलीयों की सामग्री जब्त की है. देर शाम तक पुलिस घटनास्थल पर थी.
अनखोडा गांव में शोक की लहर
शहीद महेश नागुलवार गडचिरोली में पत्नी और छोटी लडकियों के साथ रहते थे. उनकी वृद्ध मां अनखोडा गांव में अकेले रहती थी. २०११ में वह पुलिस विभाग में भर्ती हुये थे. जब उनके शहीद होने की खबर आयी तो अनखोडा गांव शोक की लहर में डूब गया.
छह साल के बाद एक जवान शहीद
आज की घटना गडचिरोली पुलिस के लिए बहुतही दु:खद है. पिछले छह साल में नक्सली पुलिस का नुकसान नहीं कर सके, बल्कि पुलिसने ही कई नक्सलियों को मार गिराया है. कई खुंखार नक्सलीयोंने आत्मसमर्पण किया, और पुलिस नें कुछ नक्सलीयों को अरेस्ट भी किया है. १ मई २०१९ को कुरखेडा तहसील के जांभूलखेडा गांव के पास नक्सलीयों के विस्फोट में १५ जवान शहीर हुए थे. उस घटना के बाद आज एक जवान शहीद होने की पहली घटना है.