गढ़चिरौली : विभिन्न गंभीर अपराधों में शामिल खूंखार नक्सली ने आज अपनी पत्नी के साथ केंद्रीय रिजर्व बल(Central Reserve Force) और जिला पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया. आत्मसमर्पण करने वाले जोड़े के नाम वरुण राजा मुचाकी उर्फ उंगा उर्फ मनीराम उर्फ रेंगू (27) और उसकी पत्नी रोशनी विजया वच्छामी (24) है.
वरुण मुचाकी छत्तीसगढ़(Chhattisgarh) राज्य के सुकमा जिले के पिडमिली का मूल निवासी हैं. 2015 में उसकी भर्ती छत्तीसगढ़ राज्य के कोंटा क्षेत्र दलम में हुई थी. इसके बाद उसने 2020 तक दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सदस्य गिरिधर के बॉडीगार्ड के रूप में काम किया. इसके बाद उसका तबादला भामरागढ़ दलम में कर दिया गया. 2022 तक वह भामरागढ़ दलम का डिप्टी कमांडर और फिर कमांडर बन गया. वह फिलहाल कमांडर के तौर पर काम कर रहा था. उसके खिलाफ मुठभेड़ के 10 और 5 अन्य सहित कुल 15 मामले दर्ज हैं और सरकार ने उस पर 8 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
वरुण की पत्नी रोशनी भामरागढ़ तालुका के मल्लमपोदुर की रहने वाली हैं. 2015 में, वह छत्तीसगढ़ में राही दलम में शामिल हो गईं. दूसरे वर्ष में भामरागढ़ दलम में स्थानांतरित होने के बाद, उसने 2017 तक वहां काम किया. अहेरी दलम, गट्टा दलम में काम करने के बाद, उसे फिर से भामरागढ़ दलम में स्थानांतरित कर दिया गया. वह आज तक वहीं काम कर रही थी. उसके खिलाफ मुठभेड़ के 13 और 10 अन्य सहित कुल 23 मामले दर्ज हैं और सरकार ने उस पर 2 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. 2022 से अब तक 27 नक्सलियोंने आत्मसमर्पण किया है, जबकि 2005 में आत्मसमर्पण योजना शुरू होने के बाद से 674 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने नक्सलियों से हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में आने की अपील की है.
आत्मसमर्पण की प्रक्रिया विशेष पुलिस महानिरीक्षक संदीप पाटिल, उपमहानिरीक्षक अंकित गोयल, सीआरपीएफ के पुलिस उपमहानिरीक्षक अजय कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, केंद्रीय रिजर्व बल की 37वीं बटालियन के कमांडेंट दाओ किंडो के मार्गदर्शन में की गई.