गढ़चिरौली, ता. 2: नक्सलीओं के पीएलजीए सप्ताह के पहले दिन आज, भामरागढ़ दलम की सदस्य तारा उर्फ शारदा उर्फ ज्योती दस्सा कुलमेथे (28) ने गढ़चिरौली पुलिस और केंद्रीय रिजर्व बल के सामने आत्मसमर्पण किया.
तारा उर्फ़ शारदा उर्फ़ ज्योति दासा कुलमेथे अहेरी तालुका के नैनेर की निवासी है. वह 2016 में अहेरी दलम में शामिल हुईं. बाद में 2018 में उसे भामरागढ़ दलम में स्थानांतरित कर दिया गया. वह आज तक वहीं काम कर रही थी. वह 8 मुठभेड़ों, 3 हत्याओं और एक डकैती में शामिल थी. वह 2016 में कवठेराम, 2017 में शेंडा-किष्टापूर और आशा-नैनेर, 2019 में मोरमेट्टा, 2020 में आलदंडी और येरदलमी, 2021 में छत्तीसगढ़ के काकुर और 2023 में हिक्केर जंगल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में सीधे तौर पर शामिल थी. इसके अलावा, वह 2021 में कोठी, 2023 में मिलदापल्ली और 2024 में ताड़गांव में निर्दोष व्यक्ति की हत्या में सीधे तौर पर शामिल थी. इसके अलावा, वह 2022 में कापेवंचा-राजाराम खांदला में डकैती में भी शामिल थी, ऐसी जानकारी पुलिस ने दी. राज्य सरकार ने उस पर 2 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
नक्सलविरोधी अभियान के विशेष पुलिस महानिरीक्षक संदीप पाटिल, उप महानिरीक्षक अंकित गोयल, केंद्रीय रिजर्व बल के उप महानिरीक्षक अजय कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, केंद्रीय रिजर्व बल के बटालियन-9 के कमांडेंट शंभुकुमार और डिप्टी कमांडेंट सुमित वर्मा के मार्गदर्शन में आत्मसमर्पण प्रक्रिया की गई. २००५ में आत्मसमर्पण योजना सुरु होने से अबतक 678 और 2022 से अबतक 31 नक्सली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर चुके है.
पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने अपील की है कि नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्य धारा में आएं.
पीएलजीए सप्ताह का पहला दिन शांतिपूर्ण
2 दिसंबर 2000 को नक्सलियों ने पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी नामक एक सशस्त्र संगठन का गठन किया. तब से नक्सली हर साल 2 से 8 दिसंबर तक पीएलजीए सप्ताह मनाते आ रहे हैं. इस दौरान वे हिंसक गतिविधियां करते है. लेकिन आज पीएलजीए सप्ताह के पहले दिन कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि, दूरदराज के इलाकों में यातायात और बाजार सुचारू रूप से चल रहे हैं.